कोई और यांत्रिक वाहन तो क्या साइकिल तक नहीं, कोई भी वैद्युत उपकरण नहीं, पेट्रोल जैसे द्रव्य इंधन की कोई जानकारी नहीं, चुंबकीय कंपास तक नहीं, ऐसे अभियांत्रिक मरुस्थल में विमान जैसा विशाल हराभरा उद्यान कहाँ से आएगा? किंतु अनेक अनुरोधों के बाद मैंने उसे पढ़ा और प्रथम दृष्टया मेरी अवधारणा सुदृढ़ हो गई।