मैं बोला-शर्त तो आप जीत गए सुरेन्द्रजी, पर सच्चाई यह हैं कि मैं अभी गांव बहुत दिनों से गया नहीं हूँ सो इस बात पर मुझसे चूक होना स्वाभाविक है।
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मैं बोला-शर्त तो आप जीत गए सुरेन्द्रजी, पर सच्चाई यह हैं कि मैं अभी गांव बहुत दिनों से गया नहीं हूँ सो इस बात पर मुझसे चूक होना स्वाभाविक है।
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हाँ चूक आयोजकों से अवश्य हुयी!--सौ बात की एक बात ये है कि कोई भी बड़ा समारोह हो, आयोजन हो वहां कुछ न कुछ चूक होना तो लाजिमी ही है!
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चूकें भी क्यों न, जब कोई निर्णय आमसहमति और आपसी विश्वास को बनाए रखते हुए होता हो तो वह दूरगामी प्रभाव छोड़ता है, लेकिन दिन-प्रतिदिन कमजोर हो रहे संघ के नये नेतृत्व ने भाजपा पर अपना प्रभाव जमाने के मद्देनजर यह निर्णय किया, इसलिए चूक होना अवश्यंभावी ही था।