ख़लील का अरबी छन्द शास्त्र ' इल्मे अरूज़ ' भी पिंगल के छन्द शास्त्र से ही प्रेरित होकर अस्तित्व में आया है।
12.
छन्द शास्त्र के आदि प्रणेता पिंगल नाम के ऋषि थे अतः छन्द को पिंगल के नाम से भी जाना जाता है.
13.
हिन्दी छन्द शास्त्र के अनुसार व्यंजन की आधी मात्रा होती और किसी व्यंजन का उच्चारण बिना स्वर के सम्मिलन के सम्भव नहीं है।
14.
गीतकार विविध तरीके अपनाकर छान्दसिक नवीनता का बोध कराता है जब कि छन्द उसमें वही होते हैं जो छन्द शास्त्र की सीमा में आते हैं।
15.
उर्दू अरूज़ (छन्द शास्त्र) के आचार्य और सुविख्यात शायर डाॅ. कैलाश गुरुस्वामी का 15 फरवरी को एक सड़क दुर्घटना में देहावसान हो गया।
16.
द्विअंकीय सिद्धान्त यहीं से आया! पिंगल के छन्द शास्त्र में पद्यों में छिपे इस सिद्धान्त का वर्णन बहुत सहजता और वैज्ञानिक ढंग से किया गया है.
17.
छन्द शास्त्र के मर्मज्ञ श्री विराट ने अनेक छन्दों में कुशलता के साथ अपनी लेखनी के माध्यम से हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।
18.
आवाज या वाणी में पैरालैग्वेज नामक अशाब्दिक तत्व सम्मिलित होते हैं जिनमें आवाज की गुणवत्ता, भावना, बोलने के तरीके के साथ-साथ ताल, लय, आलाप एवं तनाव जैसे छन्द शास्त्र संबंधी लक्षण भी सम्मिलित हैं.
19.
हमारी छन्दोरचना तक की कोई कोई अवहेलना करते हैं-वह छन्दो रचना जिसके माधुर्य को भूमण्डल के किसी देश का छन्द शास्त्र नहीं पा सकता और जो हमारी श्रुति-सुखदता के स्वाभाविक प्रेम के सर्वथा अनुकूल है.
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हमारी छन्दोरचना तक की कोई कोई अवहेलना करते हैं-वह छन्दो रचना जिसके माधुर्य को भूमण्डल के किसी देश का छन्द शास्त्र नहीं पा सकता और जो हमारी श्रुति-सुखदता के स्वाभाविक प्रेम के सर्वथा अनुकूल है।