देखने में दोनों एकदम विपरीत बयान मालूम देते हैं मगर एक जगह जाकर दोनों एक हो जाते हैं-राय जब वर्तमान स्त्रीलेखन को छिनाल के अपमानजनक विशेषण से नवाजते हैं तो वे छिनाल का इस्तेमाल इस अर्थ में करते हैं कि छिनालपन एक निन्दनीय कृत्य है जिस से बचा जाना चाहिये।
12.
देखने में दोनों एकदम विपरीत बयान मालूम देते हैं मगर एक जगह जाकर दोनों एक हो जाते हैं-राय जब वर्तमान स्त्रीलेखन को छिनाल के अपमानजनक विशेषण से नवाजते हैं तो वे छिनाल का इस्तेमाल इस अर्थ में करते हैं कि छिनालपन एक निन्दनीय कृत्य है जिस से बचा जाना चाहिये।
13.
हिंदी लेखिकाओं को ‘ छिनाल ' कहना, ‘ कितनी नावों में कितनी बार ' (अज्ञेय का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कविता संग्रह) के वजन पर ‘ कितने बिस्तरों पर कितनी बार ' जैसी उक्ति कर उनके बीच छिनालपन की होड़ का आरोप लगाना और ऐसे इंटरव्यू को छापते हुए ‘