| 11. | 5 (पाँच) कर्मेन्द्रिय-मुख,हाथ,पैर,गुदा, जननेन्द्रिय और पाँच ज्ञानेन्द्रिय-नेत्र,कान,नाक,जीभ और त्वचा ।
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| 12. | इसका सम्बंध सीधे जननेन्द्रिय से होता है।
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| 13. | जननेन्द्रिय के वार्ट / एच पी वी
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| 14. | शुक्रवाहिनी नलियाँ और शिश्न तथा स्त्री जननेन्द्रिय में डिंभकोश,
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| 15. | ' अ' उच्चारण से जननेन्द्रिय पर अच्छा असर पड़ता है।
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| 16. | (1) जननेन्द्रिय योनि का व्यायाम
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| 17. | जननेन्द्रिय और गुदा के मध्य में स्थित होता है.
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| 18. | जिसको जननेन्द्रिय मूल स्थित समझें ।
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| 19. | (7) मुख, जननेन्द्रिय और गुदा में फोड़े
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| 20. | यकृद्ग्रन्थि और क्लोमग्रन्थि2 की क्रिया से होता है, उन्हीं जननेन्द्रिय
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