| 11. | दर्द उठा तो जाना ज़ख़्म वो गहरे निकले।
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| 12. | मुमकिन है वक्त हर ज़ख़्म भर देता हो
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| 13. | हर ज़ख़्म का हमारे दिल पर निशान था.
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| 14. | मरहम लगाने वेल ही ज़ख़्म दे जाते हैं,
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| 15. | क्यों ख़ुद को ही ज़ख़्म लगाने बैठ गए
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| 16. | मरहम लगाने वाले ही ज़ख़्म दे जाते हैं,
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| 17. | ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको
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| 18. | ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको
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| 19. | तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
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| 20. | वो सारे ज़ख़्म पुराने, बदन में लौट आए
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