| 11. | जालीय सिद्धांत में रुचि आरंभ में केवल अमूर्त या सैद्धांतिक पहलू तक ही सीमित रही।
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| 12. | 6. द्रवण तथा ऊर्ध्वपातन जालीय व्यवस्था के चरम व्यतिक्रम के फलस्वरूप घटित होते हैं।
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| 13. | जालीय सिद्धांत में रुचि आरंभ में केवल अमूर्त या सैद्धांतिक पहलू तक ही सीमित रही।
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| 14. | 3. जालीय संरचना में परमाणुओं के जोड़ों की अदला-बदली के कारण व्यतिक्रम हो सकता है।
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| 15. | 3. जालीय संरचना में परमाणुओं के जोड़ों की अदला-बदली के कारण व्यतिक्रम हो सकता है।
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| 16. | जालीय सिद्धांत में रुचि आरंभ में केवल अमूर्त या सैद्धांतिक पहलू तक ही सीमित रही।
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| 17. | 3. जालीय संरचना में परमाणुओं के जोड़ों की अदला-बदली के कारण व्यतिक्रम हो सकता है।
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| 18. | ३. जालीय संरचना में परमाणुओं के जोड़ों की अदला बदली के कारण व्यतिक्रम हो सकता है।
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| 19. | अत: इन धातुओं के जालीय ढाँचे का कुछ भाग दूसरी धातु के परमाणु द्वारा निर्मित रहता है।
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| 20. | 2. जालीय संरचना में ऐसा परिवर्तन आ सकता है कि परमाणुओं की अधिक स्वतंत्रता प्राप्त हो जाए।
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