दोषपूर्ण पुखराज एवं उसके प्रभा व (1) सुन्न-चमकरहित जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक, (2) चीरी-धारी या लकीर दिखे-बंधु-बाँधवों से विरोध, (3) दुधिया श्वेत-शरीर पर चोट का डर, (4) जाल- कई धारियाँ-संतान के लिए हानिकारक, (5) श्याम तथा (6) श्वेत बिन्दु का-घातक है, (7) रक्तिभ-लाल छींटे-धनधान्य नाशक, (8) खड्डा-लक्ष्मी घटाए तथा (9) रंगा-रोग वृद्धि।