| 11. | पिनचुभे गुब्बारे की तरह सुशीला की जीवन-शक्ति को नष्ट कर देता है।
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| 12. | कीच-कादों में पल रही है, जिससे जीवन मिलता है, जीवन-शक्ति मिलती है।
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| 13. | ईर्ष्या, घृणा, तिरस्कार, भय, कुशंका आदि कुभावों से जीवन-शक्ति क्षीण होती है।
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| 14. | काल्पनिक चिन्ताओं में हम अपनी जीवन-शक्ति का क्षय करते ही रहते हैं।
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| 15. | जितना कुछ इस जीवन-शक्ति को समर्थ बनाता है उतना उसका अंग बन
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| 16. | हमारी सुषुप्त जीवन-शक्ति को चितिशक्ति कहते हैं, कुण्डलिनी शक्ति भी कहते हैं।
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| 17. | जीवन-शक्ति को मूलाधार से ऊपर की ओर ऊज्र्वस्वित करना इसकी सकारात्मक दिशा है।
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| 18. | जीवन-शक्ति को मूलाधार से ऊपर की ओर ऊज्र्वस्वित करना इसकी सकारात्मक दिशा है।
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| 19. | दिव्य प्रेम, श्रद्धा, विश्वास, हिम्मत और कृतज्ञता जैसे भावों से जीवन-शक्ति पुष्ट होती है।
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| 20. | और तकनीक का उपयोग कर, जन सामान्य की बुझती आशाओं में जीवन-शक्ति का तल डाल
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