इसलिए इस बार जब आप किसी को खत लिखे तो गौरैया व कबूतर वाले टिकट लगाना मत भूलिएगा, और यह भी जरूर लिखिएगा कि हमारें घरों व उनके आस-पास रहने वाले इन खूबसूरत परिन्दों के खाने-पीने का खयाल रखते है या नही।
12.
दूसरी बात यह कि अगर हम मंच पर खड़े नेता का भाषण सुनकर ये डिसाइड करते हैं कि हमें उसे वोट देना है या नहीं, और इसलिए हमारे लिए उसका भाषण सुनना जरूरी हो जाता है और इसलिए उस तथाकथित जरूरत पर टिकट लगाना गलत है, हमारे अधिकारों का हनन है, तो ये हमारी गलती है।