| 11. | टूरमैलीन के क्रिस्टल में इन दो किरणों में से एक का अवशोषण हो जाता है।
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| 12. | समतल ध्रुवित हो जाता है, जिसकी पहचान टूरमैलीन या निकल के द्वारा हो सकती है।
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| 13. | भारत में राजस्थान और बिहार की पेग्मैटाइट शिलाओं से टूरमैलीन के सुंदर मणिभ प्राप्त हुए हैं।
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| 14. | भारत में राजस्थान और बिहार की पेग्मैटाइट शिलाओं से टूरमैलीन के सुंदर मणिभ प्राप्त हुए हैं।
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| 15. | है, टूरमैलीन में से होकर निकलता है तब वह ध्रुवित तो रहता है, परंतु उसका आयाम घटकर (
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| 16. | यह बात टूरमैलीन नामक हरे रंग के प्राकृतिक क्रिस्टल की पट्टिका के द्वारा आसानी से प्रमाणित हो सकती है।
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| 17. | यह बात टूरमैलीन नामक हरे रंग के प्राकृतिक क्रिस्टल की पट्टिका के द्वारा आसानी से प्रमाणित हो सकती है।
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| 18. | नष्ट हो जाते हैं और तब शैल क्वार्ट्ज तथा टूरमैलीन के समुच्चय (aggregale) में, जिसे “थाल-शैल” कहा जाता हैं, परिवर्तित हो जाती है।
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| 19. | ऐपाटाइट Ca3 (PO4)2 CaCl2 तथा रूटाइल की पट्टिकाएँ यहाँ ग्रेनाइट अंतर्वेधों से संबंद्ध फ्लुओराइट, टूरमैलीन एवं टिनस्टोन पट्टिकाओं के सदृश ही होती है।
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| 20. | स्पष्ट है कि प्रथम टूरमैलीन में से निकलने पर प्रकाश में असममिति का ऐसा गुण उत्पन्न हो गया है जो साधारण प्रकाश में नहीं था।
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