ठठोल बोला, 'एक तो छठौ के दिन जनमघूंटी में खाया था ;और एक कान छिदाये थे; और एक आज खाऊंगा।
12.
ठठोल बोला, 'एक तो छठौ के दिन जनमघूंटी में खाया था ;और एक कान छिदाये थे; और एक आज खाऊंगा।
13.
लोभसिंह के कानों में अपने बेटे और बहू की ठठोल खुसर-फुसुर पड़ने लगी है और वह मुस्कुराकर मानो अपने खिलखिलाते पोते से खेलने लगा हैऔर भाई केसरसिंगा।
14.
यहाँ तक कि उन्हें बनाने के शग़ल (काम) में (22) (22) यानी उनके साथ ठठोल करने में इतने लीन हुए कि--
15.
बेशक मेरे बन्दों का एक गिरोह कहता था ऐ हमारे रब हम ईमान लाए तू हमें बख़्श दे और हम पर रहम कर और तू सबसे बेहतर रहम करने वाला है {109} तो तुमने उन्हें ठट्टा बना लिया (21) (21) ये आयतें क़ुरैश के काफ़िरों के बारे में उतरीं जो हज़रत बिलाल और हज़रत अम्मार और हज़रत सुहैब और हज़रत ख़ब्बाब वग़ैरह रदियल्लाहो अन्हुम, ग़रीब सहाबा से ठठोल करते थे.