प्रिय ओम जी सार्थक लेख आप का विचारणीय और तर्क युक्त … ‘ बंधुआ ' शब्द से बगावत हो सकती थी. अतः इसे …. संविदा..
12.
खफा न होना, जो मैं भी असफल रहूँ उन प्रेमियों की तरह जिनसे पूरी न हुई प्रेयसियों की उम्मीदें और जो न छोड़ पाये अपने पीछे तर्क युक्त प्रेम कथायें
13.
सब लोग सुनें, डा ० श्री शैलेंद्र सिंह तोमर साहब के लंबे आलेख का तर्क युक्त जवाब श्री शकील प्रेम जी द्वारा इस ब्लॉग मे विस्तार से दे दिया गया है.
14.
इस कारण एक विज्ञान कथा लेखक का दोहरा दायित्व होता है कि वह कथा में विज्ञान के तर्क युक्त पक्ष को, शोध को, शोध परिणामों को तथा प्रौद्योगिकी जन्य भविष्योन्मुखी सभावनाओं के चित्रणों को कथा शिल्प के साथ संयुक्त कर, रोचक, मनोग्राही कथा की रचना करे।
15.
इस कारण एक विज्ञान कथा लेखक का दोहरा दायित्व होता है कि वह कथा में विज्ञान के तर्क युक्त पक्ष को, शोध को, शोध परिणामों को तथा प्रौद्योगिकी जन्य भविष्योन्मुखी सभावनाओं के चित्रणों को कथा शिल्प के साथ संयुक्त कर, रोचक, मनोग्राही कथा की रचना करे।
16.
बचपन से ही उनके क्रान्तिकारी कार्य-कॉलेज की लड़कियों को अपने इशारे पे चलाना, तेजस्वी भाषण देना तो, कभी पिता से टक्कर लेना, तो कभी डायरैक्टर ऑफ़ एज्युकेशन के सामने अपना तर्क युक्त पक्ष रख कर कॉलेज में थर्ड इयर खुलवाने जैसी बहुजन-हिताय गतिविधियों में लक्षित होने लगे थे।
17.
कुलश्रेस्थ [सक्सेना] के साथ फिर इनके पुत्र-आगे स्थिति क्या होगी ब्रेकिट पर ब्रेकिट लगते चले जायेंगे =है तपी बेहद जुलाई बरसा जून और अगस्त-आग के दोनों तरफ पानी का ब्रेकिट हो गया = लेख बिल्कुल तर्क युक्त है विचारणीय है विद्वानों को इस पर विचार करना ही होगा-यहाँ जलेबी लड्डू खाने वाली बात नहीं चलेगी
18.
कुलश्रेस्थ [सक्सेना] के साथ फिर इनके पुत्र-आगे स्थिति क्या होगी ब्रेकिट पर ब्रेकिट लगते चले जायेंगे =है तपी बेहद जुलाई बरसा जून और अगस्त-आग के दोनों तरफ पानी का ब्रेकिट हो गया = लेख बिल्कुल तर्क युक्त है विचारणीय है विद्वानों को इस पर विचार करना ही होगा-यहाँ जलेबी लड्डू खाने वाली बात नहीं चलेगी
19.
इस लिए कि पैग़म्बरे इस्लाम (स) के कथन न केवल क़ुराने मजीद की स्पष्ट आयतों के आधार पर हर प्रकार के लोभ व लालसा रहित होते हैं और ईश्वरीय संदेश अर्थात वहयी से जुड़े होते हैं बल्कि उस महान व्यक्ति का आचरण भी प्रत्येक मुसलमान के लिए आदर्श व तर्क युक्त है तथा विश्ववासियों को सही मार्ग दिखाता है।
20.
मेरा सोचना था (!) कि मैं भी चर्चा में चल रहे चिट्ठों पर अपने विचार व्यक्त करता रहूं किंतु बहुत सी विपरीत टिप्पणीयों से अब उसकी हिम्मत नहीं रही.इसलिये नहीं मैं घबरा कर भाग रहा हूं बल्कि इसलिये कि मैं फालतू के वाद-विवाद में अपनी ऊर्जा नष्ट नहीं करना चाहता..ज़ब लोग “वाद-विवाद” को सिर्फ “विवाद” की दृष्टि से ही देखें तो फिर तर्क युक्त बातें भी बेमानी हो जाती हैं..