कुबेर का ध्या न निम्न ध्यान बोलकर भगवान कुबेर पर फूल चढ़ाएँ-श्रेष्ठ विमान पर विराजमान, गरुड़मणि के समान आभावाले, दोनों हाथों में गदा एवं वर धारण करने वाले, सिर पर श्रेष्ठ मुकुट से अलंकृत तुंदिल शरीर वाले, भगवान शिव के प्रिय मित्र निधीश्वर कुबेर का मैं ध्यान करता हूँ।
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जैसे ¾सामने दर्शकों में बैठे हुए किसी तुंदिल या मोटे दर्शक की गोद में सहसा एक भारी बरफ का ढोंका रख दिया जाता है, या समवेत गायक सामने दर्शकों के बीच से अपने गीत में सम्मिलित होने के लिए लोगों को पुकारते हैं जिससे वहाँ बैठी हुई स्त्रियों को तो बड़ी झुँझलाहट होती है किंतु अन्य सब को आनंद मिलता है।
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जैसे ¾सामने दर्शकों में बैठे हुए किसी तुंदिल या मोटे दर्शक की गोद में सहसा एक भारी बरफ का ढोंका रख दिया जाता है, या समवेत गायक सामने दर्शकों के बीच से अपने गीत में सम्मिलित होने के लिए लोगों को पुकारते हैं जिससे वहाँ बैठी हुई स्त्रियों को तो बड़ी झुँझलाहट होती है किंतु अन्य सब को आनंद मिलता है।