कुछ तो ऐसे हैं जो बे समझे बूझे तुच्छ तुच्छ बात पर बड़े बडे़ दाँत निकाल कर
12.
पर रहीम के बूढ़े पिता ने उसे समझाया-बेटा, ऐसी तुच्छ बात पर लड़ाई करना मूर्खता नहीं तो क्या है।
13.
मुझे दर्द असहनीय और वृहद होने के सबब आपके समय की कीमत का भान होने के बावजूद आपको तुच्छ बात के लिए कष्ट देना पड़ रहा है।
14.
(जब हमारे देश में भारत माँ को कुतिया कहने और वंदे मातरम के समर्थन में लोगों का स्वाभिमान नहीं जगता तो ये तो अत्यन्त ही तुच्छ बात थी) ।
15.
आत्मसाक्षात्कार की योग्यतावाला मनुष्य अपने को अयोग्य बनानेवाला खान-पान और चिंतन करे, अपने आत्मदेव को छोड़कर देश-देशान्तर में ईश्वर को माने या स्वर्ग अथवा बिहिश्त की कल्पना करे यह कितनी तुच्छ बात है!
16.
मेरे प्रतिबिंब के बाद, मैं खुद के लिए सोचा, “मैं कल्पना अगर किसी और को इस तुच्छ बात होने थे, वे सबसे अधिक संभावना है सिर्फ एक और सोचा बिना पर ले जाया जाएगा.”
17.
(यह तुच्छ बात है कि उन्होंने कुडनकुलम प्लांट के निर्माण और भारत में परमाणु इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में विदेशी मदद का यहां जिक्र भी नहीं किया) निश्चित रूप से कुडनकुलम के प्रदर्शनकारियों का चिंतित होना लाजमी है।
18.
इसी प्रकार वस्तु के नाना सूक्ष्म ब्योरों पर दृष्टि गड़ानेवाला लेखक किसी छोटी से छोटी तुच्छ बात को गंभीर विषय का सा रूप देकर, पांडित्यपूर्ण भाषा की पूरी नकल करता हुआ सामने रख सकता है।
19.
श्री श्री रवि शंकर: भगवान कहते हैं, ‘ हे भगवान! ये व्यक्ति कितना मूर्ख है! ' ये दुनिया इतनी सुंदर है, और तुम इतनी तुच्छ बात सोच रहे हो और दुखी हो रहे हो।
20.
वे लोग इसे तुच्छ समझेंगे, उन लोगों के लिये यह तुच्छ बात होगी, इसकी चर्चा किसी मीडिया में भी ना होगी....(इस पर भी कई दोस्तों को आपत्ती होगी की फिर से पाश्चात्य सभ्यता की ओर हमारा समाज जा रहा है..