| 11. | यद्यपि तुच्छ वस्तु है यह, गुण उसके हैं अति भारी ॥73॥
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| 12. | यद्यपि तुच्छ वस्तु है यह, गुण उसके हैं अति भारी ॥
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| 13. | उसके आगे कहानी जैसी तुच्छ वस्तु का कोई महत्व नहीं ।
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| 14. | प्रेम ऐसी तुच्छ वस्तु नहीं है कि धर्म को हटाकर उस स्थान पर आप बैठे।
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| 15. | क्या अपना मन भगवान की और से हटाकर इस तुच्छ वस्तु में लगाना उचित होगा?
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| 16. | अपने फायदे के लिए आप मनुष्यों ने हम जीव जन्तुओं को एक तुच्छ वस्तु समझ लिया।
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| 17. | अतः उसकी सहायतार्थ उन्होंने उनसे आग्रह किया कि इतनी तुच्छ वस्तु मांग वे उन्हें लज्जित न करें.
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| 18. | और एक मैं हूँ, जो उस तुच्छ वस्तु को प्राप्त कर अपने को धन्य मान रहा हूँ।
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| 19. | यह गर्व, यह आत्मगौरव कहाँ से आया? तिरस्कार भाव से बोली-एक मनुष्य का जीवन इतनी तुच्छ वस्तु नहीं।
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| 20. | दयाकृष्ण ने संकट में पड़कर कहा, रूप इतनी तुच्छ वस्तु नहीं है, माधुरी! वह मन का आईना है।
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