जिंदगी के मापदण्ड तौलने के लिए तो ' ख़ुशी ' को एक स्केल के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है पर ' खु़शी ' को तौलने वाला स्केल कैसे निर्धारित किया जा सकता है? गोयाकि वैज्ञानिक साधन-संपन्नता वाले विश्व में हर चीज़ की माप है पर दर्द, त्रासदी और ख़ुशी को मापने वाला पैमाना अब तक नहीं बन पाया।