| 11. | त्रय उप्स्ताम्भा इत्याहार: स्वप्नों ब्रह्मचर्यमिति |
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| 12. | भगवान ब्रह्मा हिन्दू त्रय के प्रमुख भगवान है.
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| 13. | दो.-रेखा त्रय सुंदर उदर नाभी रुचिर गँभीर।।
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| 14. | त्रय और विद् अर्थात तीन समुद्रों का मिलन स्थल।
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| 15. | सूंड सरल, वक्रानन, नयन त्रय मणि से
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| 16. | से, छुट जायें भय त्रय ताप से।
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| 17. | व्याहृति त्रय संयुक्ता गायत्री चायुतं जपेत ।।
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| 18. | त्रय के दो घटकों के कारण में अवर रग
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| 19. | नेटवर्किंग त्रय डिज़ाइन टेम्पलेट-टेम्पलेट्स-
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| 20. | ' जासु नाम भव भेषज हरन घोर त्रय सूल।
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