] 1. सहारा देने वाली चीज़ ; अवलंब ; आश्रय 2. किसी चीज़ को टिकाए रखने के लिए उसके नीचे लगाया गया मज़बूत लकड़ी या लोहे का स्तंभ ; थूनी 3. किसी गीत का स्थायी पद जो शेष पदों से छोटा होता है और गीत की हर कड़ी के बाद दोहराया जाता है 4.
12.
वे जप [तस्बीह] की घास, तपस्या [इबादत] के बाँस, और सत्य धर्म की थूनी से प्रेम नगर में एक ऐसी ' राम मड़ई ' का निर्माण करते हैं जो ध्यान [मुराक़ेबा] और ज्ञान [इरफ़ान] के बधनों से बांधी गयी है और जिसमें दुख का ताप और पाप की आँधी का प्रवेश सभव नहीं है।
13.
आखिर वजह क्या है? क्या जरूरी नहीं था कि चुनाव के कोई पौने दो साल पहले एक जबरदस्त सन्देश जनता में दिया जाता? क्या जरूरी नहीं था कि भ्रष्टाचार से डूबती साख को विकास की थूनी (खम्भे) से उठाया जाता? क्या जरूरी नहीं कि इस अवसर का इस्तेमाल जनता को यह बताने में किया जाता कि सरकार भ्रष्टाचार को लेकर बेहद चिंतित है और ‘