| 11. | (अ) कीट: मसूर में माहों, थ्रिप्स तथा फली छेदक इल्ली कीटों का प्रकोप होता है।
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| 12. | फूल पर थ्रिप्स की जीव संख्या 15 से अधिक हो| फल तोड़ने के बाद क्लोरपायरिफास का
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| 13. | थ्रिप्स एवं एफिड ये कीट पत्तियों से रस चूसते है और उपज के लिए हानिकारक होते है।
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| 14. | थ्रिप्स द्वारा पत्तियों पर किये घाव से अन्य कवक पौधों में प्रवेश कर रोग उत्पन्न करते है।
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| 15. | थ्रिप्स एवं एफिड कीट पत्तियों से रस चूसते हैं और उपज के ¶ िए हानिकारक होते हैं।
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| 16. | थ्रिप्स द्वारा पत्तियों पर किये घाव से अन्य कवक पौधों में प्रवेश कर रोग उत्पन्न करते है।
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| 17. | एफ्रिडस सफेद मक्खी, थ्रिप्स आदि द्वारा फैलते हैं अत: केवल रोग रहित स्वस्थ बीज का उपयोग करना चाहिए।
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| 18. | एफ्रिडस सफेद मक्खी, थ्रिप्स आदि द्वारा फैलते हैं अत: केवल रोग रहित स्वस्थ बीज का उपयोग करना चाहिए।
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| 19. | अंग्रेजों द्वारा थ्रिप्स कहा जाने वाला यह चुरड़ा कपास की फसल में पाया जाने वाला एक छोटा सा रस चुसक कीट है.
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| 20. | थ्रिप्स या झल्लरीपक्ष प्राय: शाकाराही होते है और फूलों के अंदर कोमल पत्तियों के गुच्छों पर, छाल के नीचे अथवा वृक्षफेन (
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