आचार्यवर ने कठोर शब्दों में उन्हें सावधान किया कि इस घोरतम पाप के लिए उन्हें दंड तो अवश्य मिलेगा परन्तु दंड की उद्घोषणा अगले दिन प्रातः काल की जायेगी इस अवधि-मध्य यदि कोई क्षात्र दंडमुक्ति की अभिलाषा रखता हो तो बिना आज्ञा, आश्रम छोड़कर जा सकता है..
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आचार्यवर ने कठोर शब्दों में उन्हें सावधान किया कि इस घोरतम पाप के लिए उन्हें दंड तो अवश्य मिलेगा परन्तु दंड की उद्घोषणा अगले दिन प्रातः काल की जायेगी इस अवधि-मध्य यदि कोई क्षात्र दंडमुक्ति की अभिलाषा रखता हो तो बिना आज्ञा, आश्रम छोड़कर जा सकता है..
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मुसलमानों का निरंतर जारी घेट्टोकरण और उनके साथ जारी अत्याचार, अत्याचारियों को आज भी मिली दंडमुक्ति (जिसे साहसी बचे हुए लोगों एवं उनके समर्थकों द्वारा अदालत में बार बार चुनौती दी जा रही है) और ‘ राज्य के लोगों में पश्चात्ताप की भावना की अनुपस्थिति '