| 11. | दलन रोग भव मूरि अमी की ।
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| 12. | मानवता का कर दलन न दानवता खले॥5॥
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| 13. | कमलिनी को यह दुष्टयवन यथासुख दलन करैंगे।
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| 14. | उसके पशुत्व का दलन करना ही होगा।
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| 15. | कंस दलन पर दौर उत, इत राधा हित जोर।
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| 16. | जो सज्जन कि रक्षा कर, दुष्टता के दलन करे।
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| 17. | बज्र देह दानव दलन जय जय जय कपि सूर॥
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| 18. | संघर्ष और दुष्टों का दलन करना ही होगा.
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| 19. | 12पहिये वाले इस रथ को दर्प दलन कहा जाता है।
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| 20. | दलन मोह तम सो सप्रकासू बड़े भाग उर आवई जासू
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