| 11. | साईमन स्टेवन के पश्चात मागिनी और क्रिस्टोफर क्लाडिस ने दशमलव पद्धति को अपनी कृतियों में प्रयोग किया।
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| 12. | नीचे दो संख्याओं का उदाहरण दिया गया है, जो क्रमशः दशमलव पद्धति तथा बाइनरी पद्धति में है-
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| 13. | दशमलव पद्धति में गणित के अंकों में नव (९) पूर्ण अंक माना जाता है.
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| 14. | की एक विशिष्ट पद्धति का विकास कर लिया था और अंकों के दशमलव पद्धति से पूर्णतः परिचित थे।
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| 15. | ईसा पूर्व १००वें वर्ष में दशमलव पद्धति और स्थानीय मान की अवधारणा का विकास किया जा चुका था।
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| 16. | १ ४) दशमलव पद्धति एवं स्थानीय मान पद्धति १ ०० ईसा पुर्व भारत में विकसित हुई ।
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| 17. | आर्यभट के युग में दशमलव पद्धति इतनी विकसित नहीं थी और अक्षरों के प्रयोग द्वारा संख्यायें बताई जाती थीं।
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| 18. | दशमलव पद्धति, द्वयाधारी संख्या पद्धति, अष्टाधारी संख्या पद्धति तथा षोडषाधारी संख्या पद्धि आदि कुछ प्रमुख प्रचलित संख्या पद्धतियाँ हैं।
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| 19. | आर्यभट के युग में दशमलव पद्धति इतनी विकसित नहीं थी और अक्षरों के प्रयोग द्वारा संख्यायें बताई जाती थीं।
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| 20. | किन्तु आपको यह जानकर बहुत आश्चर्य होगा कि दशमलव पद्धति के आरम्भ होने के पहले भी हिसाब-किताब हुआ करता था।
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