कर्क लग्न हो और राहु षष्ठ भाव में, लग्नेश एकादश भाव में, सूर्य-शनि की युति पंचम भाव में हो तो दांत संबंधी रोग होते हैं।
12.
सिंह लग्न हो और राहु या केतु लग्न में हों, सूर्य त्रिाक भाव में शनि से युत या दृष्ट हो तो दांत संबंधी रोग होते हैं।
13.
मकर लग्न हो और शनि पंचम भाव में, सूर्य-केतु की युति द्वितीय भाव में, चन्द्र सप्तम भाव में हो तो दांत संबंधी रोग होते हैं।
14.
मेष लग्न हो और राहु और बुध द्वितीय भाव में, सूर्य-शनि लग्न में हों और लग्नेश त्रिाक भावों में हो तो दांत संबंधी रोग होते हैं।
15.
गुजरात के हिन्दू राष्ट्र की सरकार का इरादा राज्य में जगह-जगह मोतियाबिन्द और दांत संबंधी समस्याओं से ग्रस्त गौमाताओं के इलाज के लिए केन्द्र स्थापित करने का है।
16.
कुम्भ लग्न हो और शानि अष्टम भाव में, गुरु षष्ठ भाव में, द्वितीय भाव व द्वितीयेश राहु या केतु से दृष्ट हो तो जातक दांत संबंधी रोग होते हैं।
17.
वृश्चिक लग्न हो और मंगल व शनि षष्ठ भाव में, बुध लग्न में और सूर्य द्वादश भाव में हो, राहु अष्टम भाव में हो तो दांत संबंधी रोग होते हैं।
18.
दांत संबंधी रोगों के विशेषज्ञों का कहना है कि 5 से 12 साल उम्र के बच्चों के दूध के दांतों में से स्टेम कोशिकाएं बहुत आसानी से निकाली जा सकती है.
19.
कन्या लग्न हो और द्वितीयेश मीन राशि में शनि से युत हो, लग्न पर मंगल की दृष्टि हो, लग्नेश केतु से युत या दृष्ट हो तो दांत संबंधी रोग होते हैं।
20.
वृष लग्न हो और चन्द्र और केतु द्वितीय भाव में, गुरु षष्ठ या अष्टम भाव में, शनि आठवें, लग्नेश एकादश या द्वादश भाव में हों दांत संबंधी रोग होते हैं।