ट्यूमर एक दीर्घवृत्ताभ सन्निकटन का उपयोग मात्रा की गणना, वी = 1 / 6
12.
के दिक् में एक मानक अक्ष-अनुकूल (“एक्सिस अलाइन्ड”) दीर्घवृत्ताभ दर्शाता है वह इस प्रकार है-
13.
हमारे ब्रह्माण्ड के जिस दिक् (“स्पेस”) का मनुष्यों को अनुभव होता है उसमें त्रिआयामी दीर्घवृत्ताभ होते हैं।
14.
अंडाकार आकाशगंगा किसी दीर्घवृत्ताभ (ऍलिप्सॉइड) आकार वाली आकाशगंगा को कहते हैं, जिसके हर भाग से लगभग बराबर की चमक आ रही हो।
15.
दीर्घवृत्ताभ दीर्घवृत्त (ऍलिप्स) की तरह ही होता है लेकिन जहाँ दीर्घवृत्त केवल दो आयामों (डिमॅनशन) का होता है वहाँ दीर्घवृत्ताभ तीन या उस से ज़्यादा आयामों में होता है।
16.
दीर्घवृत्ताभ दीर्घवृत्त (ऍलिप्स) की तरह ही होता है लेकिन जहाँ दीर्घवृत्त केवल दो आयामों (डिमॅनशन) का होता है वहाँ दीर्घवृत्ताभ तीन या उस से ज़्यादा आयामों में होता है।
17.
अपने अनुभव से पता लगता है कि यदि तुम अपनी उर्जा को एक निश्चित स्तर तक उठाते हो, तो विसर्जन से पहले तुम्हारी उर्जा जो भी अन्तिम रूप धारण करती है वह भी दीर्घवृत्ताभ ही होता है।
18.
अतः पहला रूप, जब वह अव्यक्त से व्यक्त होता है-जब वह सृष्टि के रूप में व्यक्त होने लगता है-तब वह जो भी पहला रूप धारण करता है वो हमेशा ही एक दीर्घवृत्ताभ का रूप होता है।