सत अजवाइन, पेपरमिंट और कर्पूर का द्राव 15-20 बूँद तक की मात्रा में मिलाकर पिलाने से उल्टियाँ तुरंत रुक जाती हैं।
12.
यह रेखा बुध पर्वत पर आरै स्वास्थ्य रखे ाा से आड़ी, हथेली के निचले द्राग में है इससे कुंडली के सप्तम द्राव का पता लगता है।
13.
शादी की रेखा के समानांतर जितनी रखाोए ं हातेी ह, ैं उतनी ही शादिया ं हातेी ह, ैं जसैे मीन, धनु राशि का शनि सप्तम द्राव में हा।
14.
इसी रखाो के ऊपरी द्राग में मगंल पर्वत (ऊपर वाले) के निचले द्राग में, लंबाई में कम, समानातं र मगंल रखाो हातेी है इन दानोें रेखाओं से अष्टम द्राव, यानी उम्र का पता लगता हैं।
15.
गज कुम्भाक्ष यंत्र (2) विवरण-ओंगा का खार, जवाखार, पपरिया खार, नौसादर, चूना, चनाखार, पाँचों नमक, इन सबका समान भाग लेकर मिट्टी के पुराने और साफ घड़े में भरे | फिर उस पर एक कुच्चड़ रखकर कपड़ मिट्टी कर कुच्चड़ में छेद कर शीशी के मुख को मिलावे जिससे द्राव उतरे | इस द्रव को भी वैद्य से पूछ कर काम में लावे |