खुद भारत में समाज में आमूल-चूल परिवर्तन करने के मकसद से चला नक्सली आंदोलन भी आकांक्षाओं की चिंगारी धधकना ही है, किंतु हिंसा के तत्व का समावेश एक लोकतांत्रिक बदलाव के स्वप्न में बाधक बन रहा है।
12.
रोटी के अभाव में जीवन को जलाने धधकता है भूख का अलाव सदियों से धधक रहा यह अलाव पी गया पृथ्वी का सारा पानी खा गया पृथ्वी की सारी संपदा फिर भी बंद नही हुआ अलाव का धधकना ।
13.
जलना (सं.) [क्रि-अ.] 1. आग प्रज्वलित होना ; दग्ध होना 2. किसी वस्तु या पदार्थ का आग पकड़ना ; बलना ; धधकना ; भस्म होना 3. झुलसना ; सूखना ; मुरझा जाना, जैसे-पानी की कमी से फ़सल जल गई 4.