| 11. | इसके दो भाग हैं: पूर्वविधान (ओल्ड टेस्टामैंट) और नवविधान (न्यू टेस्टामेंट) ।
|
| 12. | बाइबिल कुल मिलाकर 72 ग्रंथों का संकलन है-पूर्वविधान में 45 तथा नवविधान में 27 ग्रंथ हैं।
|
| 13. | बाइबिल कुल मिलाकर 72 ग्रंथों का संकलन है-पूर्वविधान में 45 तथा नवविधान में 27 ग्रंथ हैं।
|
| 14. | समस्त नवविधान 50 वर्ष की अवधि में लिखा गया है, अर्थात् सन् 50 ई. से सन् 100 ई. तक।
|
| 15. | समस्त नवविधान 50 वर्ष की अवधि में लिखा गया है अर्थात् सन् 50 ई. से सन् 100 ई. तक।
|
| 16. | समस्त नवविधान 50 वर्ष की अवधि में लिखा गया है अर्थात् सन् 50 ई. से सन् 100 ई. तक।
|
| 17. | समस्त नवविधान 50 वर्ष की अवधि में लिखा गया है अर्थात् सन् 50 ई. से सन् 100 ई. तक।
|
| 18. | नवविधान के प्रथम पाँच ग्रंथ ऐतिहासिक हैं, अर्थात् चारों सुसमाचार[10] तथा ऐक्ट्स आव दि एपोसल्स[11] के पट्ट शिष्यों के कार्य।
|
| 19. | नवविधान के प्रथम पाँच ग्रंथ ऐतिहासिक हैं अर्थात् चारों सुसमाचार (गास्पैल) तथा ऐक्ट्स आव दि एपोसल्स (ईसा) के पट्ट शिष्यों के कार्य।
|
| 20. | नवविधान के प्रथम पाँच ग्रंथ ऐतिहासिक हैं अर्थात् चारों सुसमाचार (गास्पैल) तथा ऐक्ट्स आव दि एपोसल्स (ईसा) के पट्ट शिष्यों के कार्य।
|