” मैं नार्सिसस के लिए रो जरूर रही हूँ मगर मैंने कभी यह ध्यान ही नहीं दिया कि वह सुन्दर था...
12.
कोई गलत तो नहीं.....! अल्लामा मुहम्मद इकबाल ने यह पूरी दास्तान जरूर पढी होगी-और उनके मन में नर्गिस के अभिशप्त फूल (नार्सिसस की अंतिम परिणति) की याद रही होगी-
13.
फेसबुक पर आज मेरी एक पूर्व परिचिता डॉ. तरलिका त्रिवेदी जो मूलतः गुजराती भद्र महिला और विज्ञान कथाओं की प्रेमी हैं ने नार्सिसस की दुखद दास्तान का जिक्र किया है-नार्सिसस एक सुन्दर यूनानी युवक की मिथक कथा है.
14.
बात केवल इतनी ही नहीं थी जो मेरी इस पोस्ट का हेतु बनी-पूरी कहानी पढ़ते पढ़ते मुझे नर्गिस के फूल की याद आई और मुझे लगा कि कहीं न कहीं नार्सिसस का नर्गिस के फूल से कोई सम्बन्ध जरूर है..
15.
याद रहे पूर्व में इसी फोरम ने ५ ००० खूबसूरत लोगों की सदस्यता समाप्त कर दी थी केवल इस बिना पर, वह ज़रा ओवरवेट हो गए थे. आप जानतें हैं “ नार्सिसस ” को भी आत्म रति, अपने ही अक्श पर रीझने, मर मिटने का भूत सवार हुआ था.
16.
जो यह भी इंगित करती है कि सुन्दरता तो देखने वाले की निगाह में कैद हो रहती है-झील का दुर्भाग्य (या सौभाग्य यह आप निर्णीत करें) कि वह निकटस्थ नार्सिसस का सौन्दर्यपान नहीं कर सकी-इतना आत्मकेंद्रित थी वह और वैसा ही हतभाग्य था नार्सिसस जो खुद के अलावा किसी और का सौन्दर्य नहीं सराहता था-इस बेरुखी और अनमनेपन से एक दुखांत कथा जनम गयी...
17.
जो यह भी इंगित करती है कि सुन्दरता तो देखने वाले की निगाह में कैद हो रहती है-झील का दुर्भाग्य (या सौभाग्य यह आप निर्णीत करें) कि वह निकटस्थ नार्सिसस का सौन्दर्यपान नहीं कर सकी-इतना आत्मकेंद्रित थी वह और वैसा ही हतभाग्य था नार्सिसस जो खुद के अलावा किसी और का सौन्दर्य नहीं सराहता था-इस बेरुखी और अनमनेपन से एक दुखांत कथा जनम गयी...