शेष अन्य मुसलमान जिनमें व्यावसायिक वर्ग और निचली जातियों के मुसलमान शामिल हैं उन्हें अज़लफ अर्थात् नीचा अथवा निकृष्ट व्यक्ति माना जाता है।
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शेष अन्य मुसलमान जिनमें व्यावसायिक वर्ग और निचली जातियों के धर्मांतरित शामिल हैं, उन्हें अज़लफ अर्थात् नीचा अथवा निकृष्ट व्यक्ति माना जाता है।
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मुखिया जैसे दुर्दांत और निकृष्ट व्यक्ति के बारे में मोहल्ला पर ऐसे मूर्खतापूर्ण आलेख छपने का कोई कारण नहीं समझ आता है.
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ना ही कोई निकृष्ट व्यक्ति. वे एक अच्छे कलाकार और एक अच्छे निर्माता हैं और अपने इस रूप को भलीभांति निभा रहे हैं.
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नीच व्यक्ति जब दुसरे की सम्पति को देखता है तो उसे अपनी मृत्यु समझता है, इसलिए ऐसा निकृष्ट व्यक्ति मन में जल-जल कर बहुत दुखी होता है |
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अशरफ से तात्पर्य है ' कुलीन' और शेष अन्य मुसलमान जिनमें व्यावसायिक वर्ग और निचली जातियों के मुसलमान शामिल हैं उन्हें अज़लफ अर्थात् नीचा अथवा निकृष्ट व्यक्ति माना जाता है।
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अशरफ से तात्पर्य है ' कुलीन ' और शेष अन्य मुसलमान जिनमें व्यावसायिक वर्ग और निचली जातियों के मुसलमान शामिल हैं, उन्हें अज़लफ अर्थात् नीच अथवा निकृष्ट व्यक्ति माना जाता है।
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~ रवींद्रनाथ टैगोर निकृष्ट व्यक्ति बाधाओं के डर से काम शुरू ही नहीं करते, मध्यम प्रकृति वाले कार्य का प्रारंभ तो कर देते हैं किंतु विघ्न उपस्थित होने पर उसे छोड़ देते हैं।
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राकेश जैसे निकृष्ट व्यक्ति की बात ने उसे क्यों उद्वेलित कर दिया! वह जानती है, लोग उसे लेकर बातें बनाते हैं, पर ऋचा जैसी लड़की क्यों उन बातों की परवाह करे।
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कृपाराम पर द्वारा लिखित राजिया के नीति सम्बन्धी दोहे | मानै कर निज मीच, पर संपत देखे अपत | निपट दुखी व्है नीच, रीसां बळ-बळ राजिया || नीच व्यक्ति जब दुसरे की सम्पति को देखता है तो उसे अपनी मृत्यु समझता है,इसलिए ऐसा निकृष्ट व्यक्ति मन में जल-जल कर बहु