| 11. | अहिंसा परमो धर्मः का निनाद फूट पडा था....
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| 12. | लेकिन गंगा अब कल-कल निनाद करती हुई नहीं बहती।
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| 13. | कवि मेघ के मंजु निनाद तैं यों,
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| 14. | थम गया है ब्रह्मपुत्र का सुरीला निनाद
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| 15. | झरनो के कल कल निनाद सा छिड़ने लगे हैं।
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| 16. | निनाद गाथा: एक कविता-सूर्य, ग्रहण और मानव
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| 17. | निनाद गाथा: दिया एक जला कर देखो
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| 18. | थम गया है ब्रह्मपुत्र का सुरीला निनाद
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| 19. | सूर्य के प्रकाश में मध्ुमक्खियों का निनाद,
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| 20. | गगनभेदी जयकारों से तुमुल निनाद गुंजार करने लगा ।
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