| 11. | उन्होंने 300 लघुकथाएँ, 6 उपन्यास और 10 निबन्ध संग्रह लिखे हैं।
|
| 12. | ' नयी कविता का आत्म-संघर्ष' नामक निबन्ध संग्रह प्रकाशक के पास है।
|
| 13. | ललित निबन्ध संग्रह: आच अलाव की, अँधेरे में उम्मीद, धूप
|
| 14. | ' ' प्रो 0 विद्यानिवास मिश्र जी के महत्वपूर्ण निबन्ध संग्रह है।
|
| 15. | अज्ञेय ' त्रिशंकु' नामक निबन्ध संग्रह मेंलिखते हैं-"हमारा युग संक्रान्ति का युग है.
|
| 16. | तीसरे निबन्ध संग्रह ‘ आंगन का पंछी और बनजार मन ' में परिवर्तन आया।
|
| 17. | इसी सम्बल से फिलवक़्त उनके एक निबन्ध संग्रह के कार्य में भी रत हूं।
|
| 18. | लेखक का इससे पूर्व ‘‘अभिव्यक्तियों के बहाने” नामक निबन्ध संग्रह प्रकाशित हो चुका है।
|
| 19. | इसी सम्बल से फिलवक़्त उनके एक निबन्ध संग्रह के कार्य में भी रत हूं।
|
| 20. | परन्तु आपका पहला निबन्ध संग्रह 1976 ई0 में ‘चितवन की छाँह ' प्रकाश में आया है।
|