ठंड में दूसरों की सहायता करने के उद्देश्य से कंबल और चादरों का दान करने जैसी बात तो आपने अवश्य सुनी होगी लेकिन बढ़ती सर्दी में निर्धनों की सहायता करने के लिए बुडापेस्ट का एक बैंक अपने नोट जला रहा है ताकि उनकी सेंक से निर्धन लोग सर्दी से बचाव कर सकें.
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(2) धनवान जब भूख एवं प्यास का अनुभव करके निर्धनों की सहायता करते हैं तो उन दोंनों में परस्पर प्रेम एवं मुहब्बत की भावनायें जन्म लेती हैं और समाज शत्रुता, घृणा और स्वार्थ आदि रोगों से पवित्र हो जाता है, क्योंकि सामान्यतः निर्धनों की सहायता न होने के कारण ही चोरी एवं डकैती जैसी घटनाएं होती हैं।
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(2) धनवान जब भूख एवं प्यास का अनुभव करके निर्धनों की सहायता करते हैं तो उन दोंनों में परस्पर प्रेम एवं मुहब्बत की भावनायें जन्म लेती हैं और समाज शत्रुता, घृणा और स्वार्थ आदि रोगों से पवित्र हो जाता है, क्योंकि सामान्यतः निर्धनों की सहायता न होने के कारण ही चोरी एवं डकैती जैसी घटनाएं होती हैं।