| 11. | इन चौबीसों की आरती करके, आवागमन निवार की जय-2
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| 12. | देता संकट विपद् निवार, करता शुभ श्री मंगलाचार ।।
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| 13. | वरिष्ठ अधिकारियों, लोकप्रिय पॉलिसियों व शिकायत निवार
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| 14. | श निवार की सुबह जयपुर निकलना था।
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| 15. | कुमति निवार सुमति के संगी ॥
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| 16. | इण भव में मैं दुख बहु पायो संसा-सोग निवार.
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| 17. | कुमति निवार सुमति के संगी ।।
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| 18. | कुमति निवार सुमति के संगी ।
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| 19. | ज्ञायक ज्ञेयाकार ममत्व निवार के |
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| 20. | कुमति निवार सुमति के संगी,
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