इससे भी बड़ी समस् या है कि वे नैति कता के पैमाने पर रखकर औरत की ग ति वि धि यों को देख रही हैं।
12.
श्री अंसारी ने कहा कि गति शील पत्रकारि ता व् यावसायि क नैति कता पर आधारि त है और यह लोकतंत्र में नि यम होना चाहि ए।
13.
पत्रकारिक नैति कता के स् वीकृत तौर-तरीकों का पालन करना और व् यावसायि क आचरण के उच् च मानकों का रख-रखाव प्राकृति क परि णाम समझे जाने चाहि ए।
14.
हम लेखक, आलोचक, वि धाएं, नैति कता, अनैति कता आदि केटेगरी में सोच रहे हैं जबकि इन सबका लेखन में वि लय हो चुका है।
15.
इमोशन् स को अपने तर्क का आधार बनाते ही अथवा इमोशन् स के तर्कों का इस् तेमाल करते हुए ये दोनों परंपरा, नैति कता, मर्यादा आदि के समूचे तर्कशास् त्र को चुनौती देते हैं।
16.
साथ ही पूंजीवाद में नैति कता के जो कि ले वि चारशास् त्र तोड नहीं पाया उन सभी कि लों को परवर्ती पूंजीवाद की नयी तकनीक, नए वि चारकों और नयी वि चारप्रणाली ने ध् वस् त कि या है।
17.
दूसरी बात यह कि प्रति रोध का वि चार हमेशा नैति कता के आधार से ही चुनौती देता है, वह सामाजि क आधार से चुनौती नहीं देता, खासकर अरून् धती राय वगैरह के वि चारों का कोई तयशुदा सामाजि क स्रोत नहीं है।
18.
अशोक बाजपेयी कलावंत हैं, चि त्रकारों के इति हास और उनकी सृजन प्रक्रि या को भी जानते हैं, उन् होंने नैति कता के बारे में जो नजरि या पेश कि या है क् या उसी पैमाने से कि सी चि त्रकार के द्वारा कि सी औरत को भाडे पर अपने स् टूडि यो में लाने, नग् न करके बि ठाने और फि र उसे देखकर चि त्र बनाने को सही ठहराया जा सकता है?