| 11. | पाँच अक्षरों का सामुदायिक रूप ही पंचाक्षरी मंत्र कहलाता है।
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| 12. | गुरू मन्त्र-शिव जी के पंचाक्षरी मन्त्र का जाप करें।
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| 13. | यही पंचाक्षरी प्रशिक्षण शिक्षा के उद्देश्य का सार है ।
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| 14. | शिव पंचाक्षरी मंत्र-“ ऊँ. नमः शिवाय ” ।
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| 15. | यदि इसमे ॐ न प्रयुक्त किया जाए तो यह पंचाक्षरी मंत्र बन जाता है।
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| 16. | कामासुर ने दैत्य गुरु शुक्राचार्य से शिव पंचाक्षरी मंत्र प्राप्त कर घोर तपस्या की।
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| 17. | यदि इसमे ॐ न प्रयुक्त किया जाए तो यह पंचाक्षरी मंत्र बन जाता है।
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| 18. | गायत्री का मूल पंचाक्षरी मंत्र इस तरह है-ॐ भू: र्भुव: स्व: ।
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| 19. | शिव पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का 108 बार जप करना भी लाभप्रद होता है।
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| 20. | शिव पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का 108 बार जप करना भी लाभप्रद होता है।
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