| 11. | आपके पचमेल के रंगो का बेसब्री से इन्तजार करेंगे. बधाई और आभा र. प्रकाश सिंह
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| 12. | ' पचमेल ' में आपके सार्थक और सामाजिक सरोकारों से जुड़े विचार पढ़कर प्रसन्नता होती है.
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| 13. | 94145-64666, दीनदयाल शर्मा, बाल साहित्यकार, हनुमानगढ़ आज का पचमेल ज्यादा प्रसंगिक है।
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| 14. | आदरणीय राणा साहब, पचमेल में आप ने रिश्तो के जीवन दर्शन को बेहद खूबसूरती से रखा है...
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| 15. | अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर विविध चरित्रों का पचमेल रचती है, जो हिंसा की हर बारीकी को पकड़ता है।
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| 16. | अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर विविध चरित्रों का पचमेल रचती है, जो हिंसा की हर बारीकी को पकड़ता है।
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| 17. | पचमेल भावपूर्ण है, सधी हुई भाषा में समाज को संस्कृत करने का अच्छा प्रयास है, अभिव्यक्ति भी लाजवाब, साधुवाद।
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| 18. | भाईसाब, आप के पचमेल ने तो सचमुच भावुक कर दिया, मेरी संवेदनाओं को छूने वाला, बहुत अच्छा, अद्भुत है।
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| 19. | श्रद्धेय कीर्ति राणा जी सर, आज बहुत दिनों बाद यंू लगा कि वीरवार के दिन दैनितक भास्कर में आपका पचमेल पढ़ रहे हैं।
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| 20. | वही लोकतंत्र जहां पचमेल खिचड़ी जैसी सरकार चलती है जो जनता के चिंतन से दूर टिके रहने की चिंता में ज्यादा व्यस्त रहती है ।
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