इस परमाणु-भट्टी कीसैनिक साज-समान की तरह गोपनीयता के पर्दे के नीचे ढँक कर रखा गया परन्तुअन्तर्राष्ट्रीय परमाणु-शक्ति एजेन्सी ने इस रहस्य को खोल दिया और तबसंसार इसे जान सका.
12.
यदि उनका रवैया अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भी यही रहा तो वे दोनों मिलकर मॉंग कर सकते हैं कि उन दोनों को ‘ परमाणु-शक्ति ` होने की मान्यता दी जाए।
13.
वाष्पीय टर्बाईन को अगर परमाणु-शक्ति के संयंत्रों से बदल दिया जाये तो यह संयंत्र को आसान बना देगा, ज्यादा किफायती होगा और रेडियोधर्मी के उपोत्पाद को कम कर देगा.
14.
वाष्पीय टर्बाईन को अगर परमाणु-शक्ति के संयंत्रों से बदल दिया जाये तो यह संयंत्र को आसान बना देगा, ज्यादा किफायती होगा और रेडियोधर्मी के उपोत्पाद को कम कर देगा.
15.
कोरिया की तरह गरीब और पर-निर्भर राष्ट्र नहीं है | ईरान को परमाणु-शक्ति बनने से रोकने का तरीक़ा वह नहीं है, जो अमेरिका अपना रहा है | वह तरीक़ा उ.
16.
बहुत हिम्मत और साफ़गोई के साथ ढेर सारे सवाल उठाए हैं, शम्स ने इस लेख में, जिनका उत्तर खोजे बिना परमाणु-शक्ति बनने के ईरान के मंसूबों के निहितार्थ और फलितार्थ नहीं समझे जा सकते.
17.
परमाणु-शक्ति के उत्पादन में काम आनेवाले प्रमुख इंधन यूरेनियम के महत्वको पाकिस्तान अच्छी तरह समझता है तथा उसने अपने देश में यूरेनियम की खोजके लिए अपने घरेलू तथा आयात किए हुए साधनों का भरपुर उपयोग करता रहा है.
18.
रिंद के रिंद रहे और जन्नत भी न गई | उ. कोरिया जैसे 8 वीं परमाणु-शक्ति बन गया है, वैसे ही ईरान नौंवी परमाणु-शक्ति क्यों नहीं बन जाए? निश्चय ही ईरान उ. कोरिया के चरण-चिन्हों पर चल सकता है लेकिन क्या ईरान के लिए रूस वही रोल अदा करेगा जो उ.
19.
रिंद के रिंद रहे और जन्नत भी न गई | उ. कोरिया जैसे 8 वीं परमाणु-शक्ति बन गया है, वैसे ही ईरान नौंवी परमाणु-शक्ति क्यों नहीं बन जाए? निश्चय ही ईरान उ. कोरिया के चरण-चिन्हों पर चल सकता है लेकिन क्या ईरान के लिए रूस वही रोल अदा करेगा जो उ.
20.
ओबामा ने ईरान के सवाल पर भी काफी आशाजनक विचार व्यक्त किए | ईरान के प्रति उन्होंने सम्मान प्रगट किया और यह भी कहा कि उसे शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम चलाने का पूरा अधिकार है | सबसे बड़ी बात ओबामा ने यह कही कि किसी भी एक राष्ट्र को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी अन्य राष्ट्र पर परमाणु-शक्ति होने या न होने का विकल्प थोपे याने उन्होंने बुश-नीति को शीर्षासन करा दिया |