अगर डेस्मोप्रेसिन मूत्र उत्पादन को कम कर देता है और परासारिता को बढ़ाता है तब पीयूषिका उत्पादन में कमी होती है तथा गुर्दे की प्रतिक्रिया सामान्य हो जाती है.
12.
रक्त की परासारिता (plasma osmolality) में यदि कोई उल्लेखनीय वृद्धि होती है तो मस्तिष्क में हाइपोथेलेमस को इसकी अनुभूति हो जाती है और वह सीधे पिट्युटरी ग्रंथि के पिछले खण्ड से संवाद करता है।
13.
परासारिता में वृद्धि होने पर यह ग्रंथि एन्टीडाययूरेटिक हार्मोन (antidiuretic hormone) एडीएच (ADH) का स्राव करती है, जिसके परिणामस्वरूप गुर्दे द्वारा जल का पुनर्अवशोषण बढ़ जाता है और मूत्र भी सान्द्र हो जाता है।
14.
अत्यंत मुत्राधिक्य का इलाज मूत्रवर्धक से करना विरोधाभासी लगता है लेकिन थियाजाइड मूत्रवर्धक, दूरस्थ संवहन नलिका के सोडियम और पानी के अवशोषण को कम करता है और दूरस्थ नेफ्रॉन में द्रव की परासारिता में कमी होती है जिसके परिणामस्वरूप मलोत्सर्जन दर में कमी होती है.
15.
अत्यंत मुत्राधिक्य का इलाज मूत्रवर्धक से करना विरोधाभासी लगता है लेकिन थियाजाइड मूत्रवर्धक, दूरस्थ संवहन नलिका के सोडियम और पानी के अवशोषण को कम करता है और दूरस्थ नेफ्रॉन में द्रव की परासारिता में कमी होती है जिसके परिणामस्वरूप मलोत्सर्जन दर में कमी होती है.