वायुगतिविज्ञान संबंधी घटनाओं को गणितीय प्रतिरूप (mathematical model) द्वारा निरूपित करने का पहला ध्येय यह जानना होता है कि पिंड पर दाब किस प्रकार वितरित है और उसके कारण वायुयान के बाह्य और आंतरिक पृष्ठों पर क्या परिणामी बल और घूर्ण क्रियावंत हैं, जिससे उन्हें समुचित दृढ़ता का बनाया जा सके।
12.
जैसे किसी नौकरी के लिए आवेदन तो अनेक लोग कर सकते हैं, उसे प्राप्त करने का प्रयास भी कर सकते हैं परन्तु यह नौकरी किसे मिलेगी यह उनके जाति तथा धर्म (यह केवल भारत में है), घूंस, भाई-भतीजा वाद, योग्यता, उपलब्ध पद एवं आवेदकों कि संख्या आदि के परिणामी बल पर निर्भर करेगा.