अपने सम्बोधन में विश्नोई ने नव नियुक्त साथियों का अभिनन्दन करते हुए परिवीक्षा काल में मिलने वाले फिक्स-पे के औचित्य पर सवाल उठाते हुए इस विसंगति पर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि उस समय डी. ए. 16 प्रतिशत था जबकि आज यह 72 प्रतिशत हो गया है और बढ़ते हुए महंगाई के दौर में बढ़े हुए डी. ए. के अनुपात में फिक्स पे को भी बढ़ाने की आवश्यकता बताई।