इस क्रमिक विकास के दौरान अपुष्पीय समुदाय में संवहनीय तंत्र का विकास हुआ और प्रथम संवहनीय तंत्रयुक्त अपुष्पीय समुदाय को पर्णांग अर्थात् टेरिडोफाइट्स के नाम से जाना गया।
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इसके बाद आते हैं उभयचर (amphibian) जो जल, थल दोनों में रह सकते हैं और कार्बोनी युग (carboniferous age) के बड़े-बड़े पर्णांग (fern) के जंगल।
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सिक्किम में फूलदार पौधों की 4000 प्रजातियाँ, 300 पर्णांग और सम्बंधित प्रजातियाँ, ऑर्चिड की 450 से 500 प्रजातियाँ, रोडोडेंड्रोन की 36 प्रजातियाँ, बांज की 40 प्रजातियाँ, प्राइमुल्स और बांस की 30 से 40 प्रजातियाँ, स्तनधारियों की 144 प्रजातियाँ, पक्षियों की 500 से 600 प्रजातियाँ, तितलियों और कीटों की 400 से अधिक प्रजातियाँ और सरीसृपों की बहुत सी प्रजातियाँ पाई जाती है।