खैर आप सब सुधी पाठकजन है ज्यादा डिटेल दिये बिना आप समझ गये होंगे कि इस बहस के मुद्दे क्या रहे होंगे।
12.
उन सभी महानुभावों के वक्तव्यों को यथावत यहाँ प्रकाशित कर रहा हूँ ताकि हमारे सुधि पाठकजन अपने तर्क प्रस्तुत कर सकें.
13.
प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों आज की साहित्य पहेली में आपको नीचे अंकित पंक्तियों के आधार पर उसके महान रचनाकार को पहचानना है ।
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प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों आज की पहेली में सामने बने उपन्यास के मुख पृष्ठ में लेखक के नाम को छिपा दिया गया था।
15.
प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों आज की पहेली में बहुत आसान सा सवाल पूछने के बाद भी प्राप्त हुये उत्तरों की संख्या उत्साहजनक नहीं रही।
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प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों आज की पहेली भारतवर्ष के हिन्दी प्रदेशों के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा आरंभ होने से पूर्व की जाने वाली प्रार्थना से जुडी है ।
17.
उक्त विषय की गहनता को पाठकजन जानना चाहें तो आयुर्वेद की पदार्थ विज्ञान, क्रिया-शारीर, शरीर क्रिया विज्ञान के गृन्थों का अध्ययन करें या किसी वैद्य से सम्पर्क करें ।
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यह ठीक रहेगा ना, साधना जी! अन्य सुधी पाठकजन कृपया अपनी राय भी दें ताकि हम इस पहेली को और अधिक आकर्षक बनाकर आपकी अधिकतम सहभागिता ले सकें।
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प्रिय पाठकजन कार्तिक पूर्णिमा-पर गुरुनानक जी के जीवन दर्शन-पर अलग से ब्लॉग आ रहा है-28 नवेंबर को लाएव हो जायॅगे-कृपया सम्मति दें कर अनुग्रहीत करे-
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' प्रिय पाठकजन एवं चिट्ठाकारों,घोषित है हिन्दी सहित्य पहेली 99 का सही उत्तरवैष्णव धर्म में प्रचलित इस अत्यंत लोकप्रिय गाँधीजी के प्रिय ऐतिहासिक भजन के रचयिता गुजरात के संत कवि नरसी मेहता जी है और इसका रचनाकाल 16 वीं शताब्दी का है!