इस स्थिति में, एक से अधिक व्यक्ति समूह के लिए दिशा प्रदान करते है.कुछ संगठनों ने इसे इस उम्मीद से अपनाया है, ताकि वे रचनात्मकता में बाधा कर सकें, लागत को कम कर सकें और आकार को कम कर सकें.कुछ लोग पारंपरिक नेतृत्व को देखते हैं जिसमें एक समूह प्रदर्शन के समय मालिक पर बहुत अधिक लागात आती है.कुछ स्थितियों में, मालिक का रखरखाव भी महंगा हो जाता है-या तो समूह के रूप में सारे संसाधन ख़त्म हो जाते हैं या अनजाने में पूरे दल की रचनात्मकता को ख़त्म कर देता है.7