इस साल मार्च-अप्रैल में जब पाला पड़ना बंद हुआ तो मैंने फिर से अपनी आँगनबाड़ी यानि किचन गार्डन पर अपनी दृष्टी डाली ।
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तो सुनो बच्चों, इस साल की आख़िरी चिट्ठी में दुनिया के वो घिनौने और मुंह जला देनेवाले सच सुनो जिनसे एक-ना-एक दिन तुम्हारा पाला पड़ना ही था।
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मजे की बात यह भी है कि यह सब परोसने वाला इस बात से पूरी तरह वाकिफ है कि जिस दर्शक से उसका पाला पड़ना है, वह मीडिया के अनगिनत उत्पादों का लगातार सेवन कर रहा है।