| 11. | हम सब मिलकर हमारे भारत को पुनः पुण्य भूमि बनाए।
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| 12. | पुण्य भूमि सुर मुनि मन भावन॥ रत्नपुरी तिनमें है नायक।
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| 13. | हम सब मिलकर हमारे भारत को पुनः पुण्य भूमि बनाए।
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| 14. | उस पुण्य भूमि पर आज तपी!
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| 15. | इस पुण्य भूमि के हित को
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| 16. | जिस पुण्य भूमि की ओर बही
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| 17. | गांधी स्मृति गांधी जी के बलिदान की पुण्य भूमि है।
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| 18. | गांधी स्मृति गांधी जी के बलिदान की पुण्य भूमि है।
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| 19. | हम सब मिलकर हमारे भारत को पुनः पुण्य भूमि बनाए।
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| 20. | वृंदावन की पुण्य भूमि आज शृंगार-रस के सागर से तृप्त
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