इस बजट में आयोजना व्यय हेतु 13, 599.58 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जो कि वर्ष 2009-10 के पुनरीक्षित अनुमान की तुलना में 12.48 प्रतिशत अधिक है ।
12.
पूंजीगत व्यय वर्ष 2009-10 के पुनरीक्षित अनुमान 2, 982.78 करोड की तुलना में इस बजट में 4,067.70 करोड अनुमानित की गयी है, जो कि लगभग 36.37 प्रतिशत अधिक है ।
13.
2011-12 के पुनरीक्षित अनुमान के मुताबिक ब्याज भुगतान और राजस्व प्राप्ति अनुपात (आईपी-आरआर) गुजरात, केरल, पश्चिम बंगाल और पंजाब के अलावा सभी राज्यों में 15 प्रतिशत था।
14.
2011-12 में पश्चिम बंगाल के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (पुनरीक्षित अनुमान) और राजस्व प्राप्तियों का अनुपात 10.80 प्रतिशत था, जो देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम था।
15.
पुनरीक्षित अनुमान में सकल वित्तीय घाटा, सकल घरेलु उत्पाद का 3.11 प्रतिशत है, जो कि राजकोषीय उत्तरदायित्व तथा बजट प्रबंध अधिनियम के निर्धारित लक्ष्य में भारत सरकार द्वारा किये गये शिथिलीकरण की सीमा के भीतर है ।
16.
राज्य आयोजना में वर्ष 2009-10 के पुनरीक्षित अनुमान 10, 946.13 करोड़ की तुलना में 12.16 प्रतिशत की वृध्दि की जाकर 12,277.83 करोड़ अनुमानित की गई है, जिसमें केन्द्रीय सहायता 2,060.55 करोड़ तथा शेष 9,668.10 करोड़ राज्य संसाधन से उपलब्ध करवाया जाएगा ।
17.
इसमें मुख्य रूप से कृषि तथा कृषि से संबंधित क्षेत्र हेतु 4. 3 प्रतिशत, लोक निर्माण के कार्यों हेतु 7 प्रतिशत, सिंचाई हेतु 7 प्रतिशत तथा ग्रामीण विकास हेतु 4.4 प्रतिशत शामिल है ।वर्ष 2010-11 हेतु कुल राजस्व प्राप्तियां 20,526.35 करोड़ अनुमानित है, जो कि पुनरीक्षित अनुमान 2009-10 की तुलना में 10.50 प्रतिशत अधिक है ।