| 11. | ‘ पूग ‘ नगर में निवास करने वाली विभिन्न जातियों की समिति होती थी।
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| 12. | अश्वेत, कृष्णवर्ण 16. सुपाड़ी, सुपारी, पूग, गुवाक, तंतुसार
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| 13. | रास्ता संकरा हो गया था और अब वो दोनों एक पूग डंडी पे चल रहे थे.
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| 14. | इनमें भी जो कुछ विकसित थे उन्हें पूग और जो पिछड़े हुए थे उन्हें ब्रात कहा जाता था।
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| 15. | इनमें भी जो कुछ विकसित थे उन्हें पूग और जो पिछड़े हुए थे उन्हें ब्रात कहा जाता था।
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| 16. | इनमें भी जो कुछ विकसित थे उन्हें पूग और जो पिछड़े हुए थे उन्हें ब्रात कहा जाता था।
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| 17. | इस तरह पूग एवं व्रात्य कहे जाने वाले संगठनों में सैद्धांतिक दृष्टि से कोई खास अंतर नहीं था.
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| 18. | नारियल, पूग (सुपारी), काजू, चीकू, केला और धान के खेतों का अपना अलग ही सम्मोहन है।
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| 19. | ' नाडु ' की स्थानीय सभा को ' नाटूर ' एवं नगर की सभाओं को क्रमशः श्रेणी और पूग कहा जाता था।
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| 20. | वैदिक साहित्य में श्रेणि, पूग अथवा नैगम जैसे शब्द अनेक स्थानों पर आए हैं, जहां उनका सामान्य अर्थ दल अथवा संगठन से ही है.
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