हम जैसे पुरातनपंथी, प्रगति के विरोधी लोग वर्तमान में प्रसारित अधिकाँश कार्यक्रमों से क्षुब्ध होकर रिमोट तो क्या टी वी तक का उपयोग नहीं करेंगे या फिर यदि करेंगे भी तो पूर्ण सजग रह अपने हाथों विवेक रुपी रिमोट का सतत प्रयोग करेंगे......
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आचार्य भगवन् ने इस हेतु तत्काल अपनी सहमति दी और पूर्ण सजग अवस्था में प्रातः 9: 45 बजे तिविहार संथारा ग्रहण किया, पुनः चतुर्विध संघ की उपस्थिति में सायंकाल 5: 30 बजे युवाचार्य श्री रामेश से चौविहार संथारा ग्रहण कर लिया, इसके साथ ही आचार्य-प्रवर पूर्ण शांति की अवस्था में समताभाव से आत्मसमाधि में लीन हो गए।