प्यूरिटनवाद में डूबे और इवैंजेलिकल आंदोलन के एक उत्साही समर्थक, फ्रेंकलिन ने, मोक्ष के सिद्धांतवाद को खारिज कर दिया, लेकिन समतावादी लोकतंत्र की कट्टरपंथी धारणा को गले लगाया.
12.
[82] प्यूरिटनवाद में डूबे और इवैंजेलिकल आंदोलन के एक उत्साही समर्थक, फ्रेंकलिन ने, मोक्ष के सिद्धांतवाद को खारिज कर दिया, लेकिन समतावादी लोकतंत्र की कट्टरपंथी धारणा को गले लगाया.
13.
हेनरी स्टील कोमगेर के शब्दों में, “फ्रैंकलिन में प्यूरिटनवाद के गुणों को बिना इसके दोषों के, और इन्लाईटेनमेंट की प्रदीप्ति को बिना उसकी तपिश के समाहित किया जा सकता है.”
14.
हेनरी स्टील कोमगेर के शब्दों में, “फ्रैंकलिन में प्यूरिटनवाद के गुणों को बिना इसके दोषों के, और इन्लाईटेनमेंट की प्रदीप्ति को बिना उसकी तपिश के समाहित किया जा सकता है.”
15.
प्यूरिटनवाद की पहली पीढ़ी असहमति के प्रति असहिष्णु थी, लेकिन 1700 दशक की शुरूआत में, जब फ्रेंकलिन प्यूरिटनवादी चर्च में बड़े हुए, तब विभिन्न चर्चों के प्रति सहिष्णुता ही आदर्श थी, और जॉन एडम्स के शब्दों में मैसाचुसेट्स को “दुनिया में ज्ञात सभी धार्मिक अवस्थापनाओ में सबसे सौम्य और न्यायपूर्ण” के रूप में जाना जाता था.”
16.
[85] प्यूरिटनवाद की पहली पीढ़ी असहमति के प्रति असहिष्णु थी, लेकिन 1700 दशक की शुरूआत में, जब फ्रेंकलिन प्यूरिटनवादी चर्च में बड़े हुए, तब विभिन्न चर्चों के प्रति सहिष्णुता ही आदर्श थी, और जॉन एडम्स के शब्दों में मैसाचुसेट्स को “दुनिया में ज्ञात सभी धार्मिक अवस्थापनाओ में सबसे सौम्य और न्यायपूर्ण” के रूप में जाना जाता था.”